Monday 17 October 2011

में ब्लोगर बन गया

सुन बेवफा तेरी मोहबत में में ,
क्या से क्या बन गया .
आकर देख ब्लॉग पर,
में भी ब्लोगेर बन गया.
तू कभी मेरी बात नहीं सुनती थी,
सपने मेने अकेले बुने तू नहीं बुनती थी.
तुझसे अच्चा यहाँ संसार मिला,
तुझ ज्यादा यहाँ प्यार मिला.
हर कोई यहाँ बातों को समझता है,
हर कोई यहाँ जज्बातों को समझता है.
तुने तो कभी मुझे अपना नहीं मन ,
यहाँ हर कोई मुझे अपना समझता है.
पहले मज़बूरी में शायरी की अब शोक बना लिया,
पहले तेरी यादों में डूबा रहता , अब तुझको भुला दिया.
भूल से ही सही एक दिन बलोग पर जरूर आना ,
क्यूँ की तुने बेवफाई मुझे जरूर बताना.
करता रहूँगा में शायरी जब तक जवाब नहीं मिलेगा,
ढून्ढ लेना पुरे जहाँ में मुझ जेसा ख्वाब नहीं मिलेगा...........साजन आवारा