आया हूँ आप लोगो से मिलने
एक बार फिर से
सोये हुये लोगों को जगाने एक
बार फिर से
बहुत दिनों से न कोई कविता
न गजल न शायरी लिखी
अपना हाल ऐ दिल सुनाने आया हूँ
एक बार फिर से
कुछ दोस्त जो मायूस थे इस आवारा
की वापसी को लेकर
उन दॉस्तो को हसाने आया हूँ
एक बार फिर से
और वो जिनको हुयी थी खुसी
मेरे जाने को लेकर
उनको भी सताने आया हूँ
एक बार फिर से।
जय हिन्द
साजन आवारा
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