Saturday 23 July 2011

ये क्या हो रहा है

आज का इंसान अपनी जिन्दगी बस यूँ ही ढो रहा है
जागेगा ये कब जो अभी सो रहा है.
बन गए ये कितने बेरहम ?
क्या कोई संवेदना बची ही नहीं ?
भारत आज अपनी सभ्यता KE ITIHAS KO खो रहा है ?
कहीं सोते लोगो पर लाठी भंजती है ,
कहीं नारी की अस्मत लुटती है
गाँधी के देश में आखिर ये क्या हो रहा है ?
जुर्म और कानून का खेल भी निराला हो रहा है ,
जुर्म कर मुजरिम खुले घुमते है और
देखो ये कानून सो रहा है
पड़ोसियों पर भी हम अब
विश्वास कैसे करे
दोस्ती की आड़ में वो देखो
आंतक के बीज बो रहा है----------
JAI HIND JAI BHARAT..





ANU MAM KA SUKRIYA ADA KARNA CHAHUNGA KYUNKI
MERI POST KO UNHONE HINDI ME TYPE KIYA HAI..

ASAL ME MUJHE COMPUTER KE BARE ME JYDA JANKARI NAHI HAI,
MA TO BAS APNE MOBILE SE HI BLOGING KAR LETA HUN OR
MOBILE SE HINDI ME TYPE KARNE ME PROB HOTI HAI ,TAHA CAFE ME JANE KA
TIME NAHI MIL PATA. BUS ME ANU MAM
KO APNI POST BEH DETA HUN OR WO TRANSLATE KAR DETI HAI.....

Saturday 16 July 2011

मेरा JANAMDIN

15 जुलाई को WAYAST के करन ME YE पोस्ट सान
डाल SAKA, isliye YE RACHA ME
आज पोस्ट कर रहा हुन.



आज का दीन HMARE लिए कुछ खास HAI,
आज JANMDIN हाई हमारा बस YAHI बात है.
आज हम भी 22 WARAS के हो गए,
बचपन पिचे CHHUT गया हम JWAN हो गए.
कुछ सपने SANJOYE है, कुछ KAAMO को HAI पुरा karna.
हां खुदा HAR PARISTHITI ME JINE की हिम्मत MUJHME BHARNA.
DEKHUN भारत को DOBARA सोन की CHIDIYA BANTE हुए,
DOSTO तुम भी भारत के लिये YAHI DUWA karna.
मिला है मुझे YAHAN बहुत सारा प्यार,
DOSTO मुझसे तुम कभी NA karna TAKRAR.